Home Uncategorized पंजाब के 22 जिलों में 52 जगहों पर किसानों ने रोकी रेल, 100 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित

पंजाब के 22 जिलों में 52 जगहों पर किसानों ने रोकी रेल, 100 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित

पंजाब के 22 जिलों में 52 जगहों पर किसानों ने रोकी रेल, 100 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित

पंजाब के 22 जिलों में 52 स्थानों पर दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन चलाया गया. इसमें करीब 100 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुई और लाखों रेल यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. केन्द्र सरकार और किसनों के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान रविवार को किसान यूनियन ने रेल रोको आंदोलन का आयोजन किया था.

एक्स

रेलवे ट्रैक पर बैठकर धरना देते किसान

पंजाब के फाजिल्का में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर रेल रोको आंदोलन के अंतर्गत अबोहर, फाजिल्का और जलालाबाद में रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया. रेल परिचालन बाधितक होने से यात्रियों को काफी परेशानी हुई. अबोहर स्टेशन पर भारतीय किसान यूनियन खोसा ने, जलालाबाद में भारतीय किसान यूनियन उगराहा और फाजिल्का में बीकेयू डकोदा ने चक्का जाम किया.

केन्द्र सरकार और किसनों के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान रविवार को पूरे पंजाब के 22 जिलों में 52 स्थानों पर दोपहर 12 से शाम 4 बजे तक रेल रोको आंदोलन चलाया गया. इसमें करीब 100 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुई और लाखों रेल यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.

किसान विरोधी नीति के खिलाफ पंजाब रेल रोके आंदोलन
अबोहर स्टेशन पर रेल ट्रेक जाम करने वाले भाकियू खोसा के प्रांतीय सचिव गुणवंत सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की कारपोरेट हितैषी नीतियां किसानों को खत्म करने पर तुली हुई है. इसके विरोध में पिछले 17 दिनों से शंभू बार्डर पर धरना दिया जा रहा है. लेकिन, सरकार किसानों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही. उन्होंने कहा कि सरकार की इसी किसान विरोधी नीति के खिलाफ आज पूरे पंजाब में रेल रोको आंदोलन चलाया गया.

100 से ज्यादा ट्रेनों का परिचालन प्रभावित
गुणवंत सिंह ने कहा कि पंजाब में आहूत रेल रोको आंदोलन के तहत 100 से अधिक ट्रेने प्रभावित हुई. उन्होनें कहा कि आज चार घंटे का आंशिक चक्का जाम किया गया है और इसके बाद 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली किसान महापंचायत में भाग लेने के लिए पंजाब से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली पहुंचेंगे. वहां सरकार के खिलाफ बड़े संघर्ष की रूपरेखा तैयार की जाएगी.

बठिंडा-श्रीगंगानगर के बीच नहीं चली कोई ट्रेन
गुणवंत सिंह ने कहा कि 14 मार्च को अधिक से अधिक संख्या में किसान रेलों और बसों आदि में सवार होकर दिल्ली पहुंचेंगे. उन्होंने किसानों से अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली पहुंचने की अपील की है. वहीं आज चार घंट तक रेल ट्रेक जाम रहने के कारण बठिंडा-श्रीगंगानगर के बीच कोई गाड़ी नहीं चली. इससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.

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