Home Uncategorized हरियाणा में ये क्या… रणजीत चौटाला की सीट से हलाेपा ने गोबिंद कांडा के बेटे को बनाया कैंडिडेट

हरियाणा में ये क्या… रणजीत चौटाला की सीट से हलाेपा ने गोबिंद कांडा के बेटे को बनाया कैंडिडेट

हरियाणा में ये क्या… रणजीत चौटाला की सीट से हलाेपा ने गोबिंद कांडा के बेटे को बनाया कैंडिडेट

चंंडीगढ़: लोकसभा चुनावों में हिसार से बीजेपी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़े रणजीत चौटाला के खिलाफ हरियाणा लोकहित पार्टी (हलोपा) ने उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है। हलोपा ने रानिया विधानसभा सीट से गोबिंद कांडा के बेटे धवल कांडा को लड़ाने का फैसला किया है। 2019 के चुनावों में रणजीत चौटाला इसी सीट से विधानसभा के लिए चुने गए थे। बीजेपी के बहुमत से दूर रह जाने पर तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया था। लोकसभा चुनावों से पहले रणजीत चौटाला बीजेपी में शामिल हो गए और रानिया की सीट से इस्तीफा दे दिया है। हलोपा के रानिया से कैंडिडेट उतारने के बाद सवाल खड़ा हो गया है कि रणजीत चौटाला की घेरेबंदी शुरू हो गई है, क्योंकि कुछ दिन पहले सीएम नायब सैनी ने कहा था कि राज्य में बीजेपी हलोपा मिलकर चुनाव लड़ेंगे।

सिरसा में बैठक के बाद ऐलान
हरियाणा लोकहित पार्टी ने सिरसा में एक बैठक रखी थी। बैठक में चर्चा के बाद पार्टी ने रानिया सीट से धवल कांडा की उम्मीदवारी का ऐलान किया। नायब सैनी सरकार में कैबिनेट मंत्री रणजीत चौटाला ने पिछले कुछ दिनों से बीजेपी के कार्यक्रमों से दूरी बना रखी है। अब देखना है कि रानिया सीट पर क्या समीकरण बनते हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में चौटाला ने गोपाल कांडा के भाई गोबिंद कांडा को हराया था। तब वह 19 हजार वोटों से जीते थे। बीजेपी तीसरे, इनेलो चौथे और कांग्रेस पार्टी पांचवें नंबर पर रही थी। इसके बाद जेजेपी को जगह मिली थी। 2014 में रानिया सीट इनेलो के खामे में रही थी। तब दूसरे नंबर पर गाेविंद कांडा और कांग्रेस से चुनाव लड़े रंजीत चौटाला तीसरे नंबर पर रहे थे।


रणजीत चौटाला के मन में क्या?

रणजीत चौटाला को बीजेपी रानिया से चुनाव लड़ाएगी या फिर वे किसी और सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसको लेकर सस्पेंस बना हुआ है। कुछ दिन से रणजीत चौटाला ने भाजपा के कार्यक्रमों से दूरी बना रखी है। रणजीत चौटाला तिरंगा यात्रा कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए थे। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि बीजेपी की प्रदेश चुनाव प्रबंधन समिति और प्रदेश चुनाव समिति में नाम ना आने से चौटाला नाराज हैं। इस समिति में कुलदीप बिश्नोई को पार्टी ने शामिल किया है।

लेखक के बारे में

अचलेंद्र कटियार

अचलेंद्र कटियार ने जामिया मिलिया इस्लामिया दिल्ली से पढ़ाई की है। इसके बाद मेरठ, कानपुर और दिल्ली के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय समाचार पत्रों में काम किया। जून, 2020 से गुजरात की राजनीति और संस्कृति को समझने के लिए सक्रिय हैं।… और पढ़ें

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